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भगवान श्री कृष्ण का छठी महोत्सव र्क्यो मनाया जाता है

परमपिता परमेश्वर 16 कलाओं से संपन्न पूर्ण अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भादो अष्टमी रोहिणी नक्षत्र मध्यरात्रि कंस की जेल में हुआ था। लेकिन कृष्ण के जन्म के बाद प्रभु की माया की वजह से सभी प्रहरी सो गए । कंस के डर की वजह से प्रभु श्री कृष्ण के जन्म के बाद वासुदेव ने उन्हें गोकुल में नंद भवन पहुंचा दिया । उसके बाद योग माया जेल में आ गई जबकि उन्हें मारने आया तो आकाशवाणी हुई कि तुझे मारने वाला तो जन्म ले चुका है। अपनी मौत की खबर सुनकर कंस बौखला गया उसने पूतना को आदेश दिया कि सभी 6 दिन के बच्चों को मार दिया जाए इसी डर की वजह से मां यशोदा ने बालकृष्ण को छुपा लिया और उनकी पूजा भी नहीं की। इसके बाद वह प्रभु श्री कृष्ण की छठी के बारे में भूल गई । 1 साल बाद प्रभु श्री कृष्ण का

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